अनुकंपा नियुक्ति के दायरे से अध्यापक बाहर, परिजनों को मिलेंगे चार लाख

भोपाल- अध्यापकों के आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति देने के 400 से ज्यादा लंबित मामलों में राज्य सरकार समझौता करेगी। इन्हें नौकरी के बदले 4 लाख रुपए दिए जाएंगे। स्कूल शिक्षामंत्री विजय शाह के निर्देश पर लोक शिक्षण संचालनालय ने अनुकंपा राशि 5 लाख करने का प्रस्ताव शासन को भेज दिया है। पिछले 16 सालों में 400 से ज्यादा अध्यापकों की नौकरी के दौरान मृत्यु हुई है।

नौकरी देने में ये दिक्कत

अध्यापकों के जिन आश्रितों ने अनुकंपा नियुक्ति के लिए आवेदन किया है। उनमें 90 फीसदी योग्यता पूरी नहीं कर रहे हैं। इस नौकरी के लिए डीएड, बीएड के साथ टीचर एलीजिबिलिटी टेस्ट (टीईटी) होना जरूरी है, जबकि टीईटी योग्यता ज्यादातर आश्रित पूरी नहीं कर रहे हैं। इसलिए नौकरी के बदले रुपए देने पर विचार किया जा रहा है।

मंत्री का यह था तर्क

अफसरों की बैठक में विभाग के मंत्री विजय शाह ने अनुकंपा नियुक्ति के बदले अध्यापकों को 4 लाख रुपए देने का प्रस्ताव प्रस्तुत करने को कहा था। उनका तर्क था कि जब घटना-दुर्घटना के मामले में मृतक के आश्रितों को बतौर मुआवजा 2 से 4 लाख रुपए दिए जाते हैं, तो अध्यापकों को एक लाख रुपए क्यों? जबकि वे तो स्थानीय निकाय के कर्मचारी हैं।

अभी एक लाख देने का प्रावधान

वर्तमान में योग्यता पूरी नहीं करने वाले अनुकंपा आश्रितों को एक लाख रुपए समझौता राशि देने का प्रावधान है। आश्रित इस राशि से संतुष्ट नहीं हैं और राशि के बदले नौकरी मांग रहे हैं। यहां तक कि वे योग्यता पूरी करने का वादा कर रहे हैं। इसीलिए सरकार ने समझौता राशि बढ़ाने का निर्णय लिया है।

अनुकंपा आश्रितों को दी जाने वाली समझौता राशि बढ़ाकर 4 लाख कर रहे हैं। हमने प्रस्ताव भेज दिया है। शासन से स्वीकृति मिलने पर अनुकंपा के लंबित प्रकरणों में समझौता राशि दी जाएगी। नीरज दुबे, आयुक्त, लोक शिक्षण