क्राइसिस मेनेजमेंट ग्रुप बैठक- शादी-विवाह व अन्य सार्वजनिक समारोहों की अनुमति नही दी जायेगी

खण्डवा 10 मई, 2021 – प्रदेश के वन मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह की अध्यक्षता में सोमवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला स्तरीय क्राइसिस मेनेजमेंट ग्रुप की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में उन्होंने कहा कि ग्राम व विकासखण्ड स्तर पर भी क्राइसिस मेनेजमेंट ग्रुप का गठन किया जाये तथा हर मंगलवार को शाम 5 बजे ग्राम स्तर पर तथा बुधवार को विकासखण्ड स्तर पर इन समूहों की बैठक आयोजित की जायें। इन बैठकों में ग्राम व विकास खण्ड स्तर पर कोविड नियंत्रण के लिए किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा की जाये। बैठक में खण्डवा विधायक देवेन्द्र वर्मा, पंधाना विधायक राम दांगोरे, मांधाता विधायक नारायण पटेल, कलेक्टर अनय द्विवेदी, पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह, जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी नंदा भलावे कुशरे, अपर कलेक्टर एस.एल. सिंघाड़े, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रकाश परिहार, जिला भाजपा अध्यक्ष सेवादास पटेल सहित विभिन्न अधिकारी व जनप्रतिनिधि मौजूद थे।

वन मंत्री डॉ. शाह ने बैठक में कहा कि मंगलवार व बुधवार को आयोजित इन बैठकों में आकस्मिक रूप से जनप्रतिनिधि व वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हो। उन्होंने कहा कि कोविड की रोकथाम के लिए अभी विवाह समारोह के आयोजन की अनुमति बिल्कुल न दी जायें तथा जो अनुमति दे दी गई है, उन्हें भी निरस्त किया जायें। वन मंत्री डॉ. शाह ने कहा कि जिले के चारों विधायक अपनी अपनी विधायक निधि से 1-1 वातानुकूलित एम्बूलेंस के लिए रेडक्रास को राशि देगें। एम्बूलेंस का संचालन रेडक्रास समिति द्वारा किया जायेगा। उन्होंने कोविड संक्रमण की रोकथाम के लिए सब्जी व फल के ठेलों के लिए दी गई अनुमति के निर्धारित समय में और कटौती करने के लिए कहा।

वन मंत्री डॉ. शाह ने जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के लिए 1-1 डिजिटल एक्सरे मशीन उपलब्ध कराने की बात भी बैठक में कही। कलेक्टर ने बैठक में बताया कि वर्तमान में कार्यरत 5 तहसील स्तरीय कोविड केयर सेंटर्स में कुल 65 मरीज उपचाररत है, जिसमें खण्डवा के कोविड केयर सेंटर में 14, पंधाना में 16, मूंदी में 15, हरसूद में 13 व खालवा के कोविड केयर सेंटर में 7 मरीज भर्ती है। भर्ती मरीजों का नियमित रूप से डॉक्टर्स द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है तथा उनके खाने पीने की बेहतर व्यवस्था की गई है।

उन्होंने बताया कि किल कोरोना-3 अभियान के तहत सर्वे दल गांव गांव का दौरा कर रहे है। इस दौरान जो संदिग्ध मरीज चिन्हित किए जाते है उन्हें कोविड केयर सेंटर में जांच के बाद भर्ती कराया जाता है। कलेक्टर ने बताया कि शहर में 3 निजी अस्पतालों को भी कोविड उपचार की अनुमति दी गई है। उन्होंने बताया कि अभी 25 ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर हाल ही में प्राप्त हुए है, जो तहसील स्तरीय कोविड केयर सेंटर में उपचाररत मरीजों के लिए उपलब्ध कराये जायेंगे।