खंडवा प्रशासन के खिलाफ बुधवार को सड़क पर मौन आक्रोश दिखाई देगा

खंडवा दादाजी दरबार से महादेवगढ़ तक मौन आक्रोश रैली निकाली जा रही है। जिलाबदर, रासुका और बांड भरवाने की कार्रवाई से युवकों में आक्रोश है। बैनर और झंडे लेकर युवक निकलेंगे। प्रशासन की कार्रवाई के खिलाफ एसडीएम को ज्ञापन सौंपा जाएगा। रैली को लेकर पुलिस ने भी सुरक्षा व्यवस्था की है। सीसीटीवी कैमरों से नजर रखने के साथ ही वीडियो रिकार्डिंग भी कराई जा रही है।

महाशिवरात्रि पर पिछले कुछ सालों से भोले की बारात का आयोजन महादेवगढ़ के संयोजक और कार्यकर्ताओं द्वारा किया जा रहा था। दादाजी दरबार से भोले की बारात लेकर युवक महादेवगढ़ पहुंचते लेकिन इस साल बारात नहीं निकाली जा रही है। बुधवार को दादाजी दरबार से प्रशासन के खिलाफ झंडे और बैनर लिए हिंदू समाज के युवक और महादेवगढ़ के कार्यकर्ता आक्रोश रैली निकालेंगे। दोपहर करीब 12 बजे यहां से रैली रवाना होगी। आक्रोश रैली को लेकर आयोजनकर्ता लोगों तक पहुंचकर उन्हें रैली में शामिल होने की अपील कर रहे है। मंगलवार को शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में युवक पहुंचे। यहां लोगों को रैली में आने के लिए आव्हान किया है। इसमें बैनर और झंडों के माध्यम से संदेश दिया जाएगा। रैली का समापन महादेवगढ़ पर होगा। यहां एसडीएम को एक ज्ञापन सौंपा जाएगा। जिसमें प्रशासनिक अधिकारी जिन्होंने बेवजह कार्रवाई की है, उन पर कार्रवाई की मांग की जाएगी।

पुलिस की रहेगी व्यवस्था

आक्रोश रैली पर पुलिस की नजर है। दादाजी दरबार से महादेवगढ़ तक पुलिस बल तैनात रहेगा। पुलिस अधिकारी रैली के साथ में रहकर निगरानी रखेंगे। इसके अलावा ऊंचे भवनों पर भी पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगा दी गई है। मंगलवार को कंट्रोल रूम में पुलिसकर्मियों को रैली को लेकर जानकारी दी गई। पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने पुलिसकर्मियों को आवश्यक निर्देश दिए हैं। बुधवार को सुबह से ही पुलिसकर्मी अपने ड्यूटी पाईंट पर तैनात हो जाएंगे। रैली मार्ग पर सीसीटीवी कैमरे भी लगा दिए गए हैं। पुलिस द्वारा वीडियो रिकॉर्डिंग भी कराई जाएगी।

नहीं लगाया गया भगवा ध्वज

महादेवगढ़ में आक्रोश रैली को लेकर प्रेसवार्ता हुई। महादेवगढ़ के संरक्षक अशोक पालीवाल ने प्रेसवार्ता को संबोधित किया है। उन्होंने कहा कि समाज जागरण का कार्य करने वाले युवक और महादेवगढ़ के धार्मिक आयोजनों में शामिल होने वालों को प्रशासन प्रताड़ित कर रहा है। उन पर केस दर्ज किए जा रहे है। कार्यक्रम करने वाले युवकों को पीटा गया है। आयोजनकर्ताओं पर जिला बदर, रासुका और बांड ओवर की कार्रवाई की गई है। जिला प्रशासन की प्रताड़ना से आक्रोशित होकर मौन आक्रोश रैली निकाली जा रही है। इसके अलावा विरोध स्वरूप रैली मार्ग के अलावा शहर में अन्य किसी भी क्षेत्र में भगवा ध्वज नहीं लगाया गया है।