तीन प्रकरणों में पेश नहीं हुए चालान, नौकरी कर रहे आरोपी

खंडवा- शौचालय घोटाले से पहले जिला पंचायत में अन्य 3 घोटालों की भी एफआईआर हो चुकी है हालांकि अब तक कोई प्रकरण न्यायालय तक नहीं गया। आरोपी जमानत लेकर नौकरी कर रहे हैं। इनमें अमोदा में 9 लाख की सड़क नहीं बनने और पैसा निकल जाने पर, जिला पंचायत में मनरेगा अकाउंटेंट पर करीब 9 करोड़ की हेराफेरी करने पर और भगवानपुरा में पशु शेड नहीं बनने और मूल्यांकन हो जाने पर फआईआर कराई गई है। ये तीनों प्रकरण अभी पुलिस के पास ही हैं। जांच चल रही है। चालान पेश नहीं हुए हैं। आरोपी नौकरी कर रहे हैं। पशु शेड प्रकरण के आरोपी इंजीनियर अजय मोरे पंधाना में, अकाउंटेंट राजू जैन झाबुआ में नौकरी कर रहे हैं।

ऑफिस नहीं पहुँच रहे दशोरे, पूर्व सीईओ बाहर

शौचालय घोटाले में एफआईआर होने के बाद से पीओ डीके दशाेरे कार्यालय नहीं आ रहे हैं। वे उसी दिन से गायब हैं। घोटाले के दो अन्य आरोपी पूर्व सीईओ जिले से बाहर जा चुके हैं। उन्हें गिरफ्तार करने के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ सकती है। जिला पंचायत में पिछले 4 साल में 4 घोटाले हो चुके हैं। इनमें एफआईआर हुई है, हालांकि अब तक कोई भी प्रकरण न्यायालय में नहीं जा सका है।

खालवा जनपद में हुए शौचालय घोटाले में मुख्य आरोपी डीके दशोरे एफआईआर होने के दिन से जिला पंचायत नहीं आए हैं। वे एफआईआर होने के दिन अवकाश होने के कारण नहीं आए थे। इसके बाद भी कार्यालय नहीं आए। सूत्रों के मुताबिक वे प्रकरण में जमानत मिलने तक कार्यालय नहीं आएंगे। गिरफ्तारी होने पर निलंबन भी हो सकता है। इस कारण आरोपी अफसर जमानत लेने के प्रयास में हैं। अन्य दो अफसर खालवा जनपद के दो पूर्व सीईओ जिले से बाहर हैं। इनमें बीके शुक्ला अालीराजपुर में कान्हा कंकण में प्राचार्य व सौरभ सिंह राठौर बड़वानी जिले के पानसेमल में जनपद सीईओ हैं। इनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस को टीम भेजना पड़ेगी।

उच्च न्यायालय से ही मिलेगी जमानत – आरोपियों को इस प्रकरण में भ्रष्टाचार अधिनियम लगा होने के कारण जमानत उच्च न्यायालय से ही मिलेगी। पुलिस से बचाने के लिए आरोपियों को हितैषी सक्रिय हो गए हैं। इनमें पशु शेड घोटाले का आरोपी इंजीनियर भी है। पुराने सीईओ से भी अच्छे संबंध बनाकर रखे थे। उनके रहने तक एफआईआर नहीं होने दी, जाते ही एफआईआर हो गई।

केस की जानकारी नहीं
एफआईआर के बाद खालवा पुलिस जांच कर रिपोर्ट देगी। जल्दी चालान पेश किए जाएंगे। पुराने केस की क्या स्थिति है पता करता हूं। – आरएस सेंगर, उप पुलिस अधीक्षक