खंडवा में ‘रेल रोको’ आंदोलन आज, जुटने लगे किसान: प्याज के दाम गिरने पर आक्रोश, 70 गांवों से 5 हजार किसान जुटने का दावा

खंडवा में ‘रेल रोको’ आंदोलन आज, जुटने लगे किसान: प्याज के दाम गिरने पर आक्रोश, 70 गांवों से 5 हजार किसान जुटने का दावा

खंडवा में ‘रेल रोको’ आंदोलन आज, जुटने लगे किसान: प्याज के दाम गिरने पर आक्रोश, 70 गांवों से 5 हजार किसान जुटने का दावा

खंडवा(NewsDesk)। खंडवा में सर्व किसान समाज ने शनिवार से अनिश्चितकालीन रेल रोको आंदोलन शुरू करने का ऐलान किया है। टिगरिया के पास खंडवा-भुसावल रेलवे ट्रैक के आसपास सुबह से किसानों की भीड़ जुटने लगी है। प्याज खरीदी, राहत राशि और फसल मुआवजा सहित पांच मांगों को लेकर 70 गांवों से करीब 5 हजार किसानों के पहुंचने का दावा किया गया है। रेलवे और पुलिस ने ट्रैक पर रोकने के लिए 200 से ज्यादा जवान तैनात किए हैं।

टिगरिया गांव के मांगलिक भवन में सुबह 8 बजे से ही विभिन्न संगठनों के किसान नेता पहुंचने लगे। बड़े पैमाने पर किसान 11 बजे तक जुटेंगे। यहां आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी। अगर प्रशासन का कोई प्रतिनिधि मौके पर पहुंचकर किसानों को संतुष्ट करता है तो ट्रैक जाम की स्थिति टल सकती है, अन्यथा दोपहर 1 से 2 बजे के बीच किसान रेलवे ट्रैक पर बैठ जाएंगे।

जानकारी के अनुसार, सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल किसानों को मुख्यमंत्री से मुलाकात कराने का आश्वासन देने पहुंच सकते हैं। किसान नेताओं ने कहा कि संतुष्टि मिलने पर ही आंदोलन का अगला कदम तय किया जाएगा।

प्याज का निर्यात खोलें या महाराष्ट्र मॉडल पर खरीदी करें

किसानों की प्रमुख मांग है कि केंद्र सरकार प्याज का निर्यात तुरंत खोले, ताकि विदेशों में बिक्री से भाव बढ़ सकें। यदि निर्यात नहीं खुलता तो सरकार महाराष्ट्र की तर्ज पर 24 रुपए प्रति किलो की दर से खरीदी करे। अगर ये दोनों विकल्प नहीं होते, तो किसानों को प्रति एकड़ 75 हजार रुपए प्याज फसल क्षति का मुआवजा दिया जाए। खंडवा जिले में सोयाबीन फसल की राहत राशि अभी तक न मिलने की शिकायत भी शामिल है। किसान चाहते हैं कि इसका वितरण तुरंत किया जाए।

एसपी बोले- ट्रैक पर जाना प्रतिबंधित, सुरक्षा पुख्ता

किसानों के आंदोलन को लेकर खंडवा एसपी मनोज कुमार राय ने कहा कि रेलवे ट्रैक की सुरक्षा के लिए सिविल के सथ आरपीएफ-जीआरपी के स्थानीय और बाहर से बल बुलाए गए है। रेलवे ट्रैक एरिया में किसानों के प्रवेश को प्रतिबंधित किया गया। किसान संगठनों का इस बात से अवगत करा दिया गया हैं। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है।

प्याज के खराब भाव से किसान परेशान, खेतों में चलाए रोटावेटर

मंडी में किसानों को 4 रूपए किलो में भी खरीदार नहीं मिल रहे। यही नहीं अच्छी किस्म का प्याज भी 8 रूपए किलो में बिक रहा है। किसानों की लागत भी नहीं निकल पा रही। ऐसे में किसान अपनी प्याज को कल्टीवेटर चलाकर खेतों में ही नष्ट कर रहे हैं, जबकि कई किसान खेतों में लगी प्याज को भेड़, बकरियों को खिलाने को मजबूर हैं।

इस साल बारिश के दौरान खंडवा, छैगांवमाखन, पंधाना और आसपास क्षेत्रों में 10 हजार हेक्टेयर में प्याज की खेती हुई थी। लगभग 8 हजार किसानों की फसलें बारिश के कारण रोगग्रस्त हो गईं, जिससे भारी नुकसान हुआ।