खंडवा डेंगू से कुंडलेश्वर वार्ड निवासी एक युवती की महाराष्ट्र के नासिक के निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। युवती का पहले खंडवा के निजी एवं सरकारी अस्पताल में अलग-अलग इलाज चला, लेकिन फायदा नहीं होने पर परिजन उसे दूसरे शहर इलाज के लिए लेकर गए। जहां उसने दम तोड़ दिया।
इससे पहले आदिवासी ब्लाक खालवा के गांव केकड़िया में चार लोगों और भगांवा में एक बच्चे की मौत डेंगू से हो चुकी है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग खालवा में डेंगू से मौत की पुष्टि नहीं कर रहा है। सरकारी रिकार्ड के मुताबिक जिले में मई से अक्टूबर तक कुल
सूत्रों के मुताबिक युवती की मौत नासिक के निजी हॉस्पिटल में 27 अक्टूबर को हुई। डेंगू के मौत की जानकारी पर जिला मलेरिया विभाग के अफसर पीडि़त के घर पहुंचे। पीडि़त की मां ने बताया बेटी को दीपावली के दिन से बुखार आ रहा था। शहर के एक निजी पैथालॉजी में जब जांच कराई तो प्लेटलेट्स 1 लाख 49 हजार बताया गया। डॉक्टरों ने बेटी की जांच के बाद उसे टायफायड की शिकायत पर इलाज शुरू किया। दो दिन बाद ही दूसरे पैथालॉजी में जांच कराने पर प्लेटलेट्स 10 हजार आए। बेटी की तबियत खराब होने पर अपने परिजन से बात कर डेंगू जांच के लिए सैंपल देने के बाद हम इलाज के लिए महाराष्ट्र जाने लगे। तभी शाम को निजी पैथालॉजी लैब से फोन आया कि बेटी को डेंगू पॉजिटिव निकला है। बेटी की मौत इलाज के दौरान नासिक में हुई।
89 डेंगू के पॉजिटिव मरीज मिले
64 मरीज शहरी
25 ग्रामीण क्षेत्र
03 लोगों की मौत हुई इस साल डेंगू से