बुरहानपुर(न्यूज़ डेस्क)। बुरहानपुर में खंडवा सांसद ज्ञानेश्वर पाटील ने मंगलवार दोपहर कलेक्टर हर्ष सिंह से मुलाकात कर एक निजी अस्पताल में गर्भाशय के ऑपरेशन के दौरान हुई महिला की मौत के मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की। कलेक्टर ने मामले को गंभीर मानते हुए एडीएम वीर सिंह चौहान की अध्यक्षता में जांच दल बना दिया है।
क्या है पूरा मामला
यह घटना करीब सात दिन पुरानी है। जैनाबाद निवासी वैष्णवी पति नागेश चौहान को 11 नवंबर को लालबाग रोड स्थित हकीमी अस्पताल में ऑपरेशन के लिए भर्ती कराया गया था। परिजनों के अनुसार, सुबह 8 बजे भर्ती करने के बाद शाम तक कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई। शाम साढ़े छह बजे अस्पताल ने बताया कि महिला की मौत हो चुकी है। इसके बाद परिजनों ने अस्पताल में हंगामा किया।
अगले दिन महिला का पोस्टमार्टम पैनल द्वारा एक महिला अधिकारी की मौजूदगी में कराया गया। वहीं, सिविल सर्जन ने डॉ. रेहाना बोहरा को स्त्रीरोग विशेषज्ञ के पद से हटा दिया। आरोप है कि वे सरकारी अस्पताल में पदस्थ रहते हुए निजी अस्पताल में भी सेवाएं दे रही थीं।
सांसद ने निष्पक्ष जांच की मांग की
सांसद ज्ञानेश्वर पाटील ने कहा कि परिजनों के आरोप गंभीर हैं, इसलिए पूरे मामले की सत्यता सामने लाना जरूरी है। उन्होंने अधिकारियों को नियमों के तहत काम करने की जरूरत पर भी जोर दिया।
इसी बीच, जिला पंचायत सदस्य अनिल राठौर, नेपानगर विधायक मंजू दादू, सांसद प्रतिनिधि गजेंद्र पाटिल सहित कई जनप्रतिनिधियों और भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी कलेक्टर से मिलकर अस्पताल को सील करने, डॉक्टर को निलंबित करने और अवैध निर्माण पर कार्रवाई की मांग की। पीड़ित परिवार भी इस दौरान मौजूद रहा।
