फोन पर रिश्वत की रकम और अफसरों की पूरी रेट लिस्ट… जनता दर्शन में खुला भ्रष्टाचार, मुरैना की मेयर भी रह गईं दंग

फोन पर रिश्वत की रकम और अफसरों की पूरी रेट लिस्ट… जनता दर्शन में खुला भ्रष्टाचार, मुरैना की मेयर भी रह गईं दंग

फोन पर रिश्वत की रकम और अफसरों की पूरी रेट लिस्ट… जनता दर्शन में खुला भ्रष्टाचार, मुरैना की मेयर भी रह गईं दंग

मध्य प्रदेश के मुरैना नगर निगम में पिछले मंगलवार को आयोजित एक साधारण जनता दर्शन अचानक बड़े भ्रष्टाचार खुलासे में बदल गया। भवन निर्माण की अनुमति पाने में परेशान एक युवक ने मेयर के सामने ही एक व्यक्ति को फोन लगाया और फोन पर सामने आई बातों ने पूरे हॉल को हैरान कर दिया।

डिजिटल डेस्क। मध्य प्रदेश के मुरैना नगर निगम में पिछले मंगलवार को आयोजित एक साधारण जनता दर्शन अचानक बड़े भ्रष्टाचार खुलासे में बदल गया। भवन निर्माण की अनुमति पाने में परेशान एक युवक ने मेयर के सामने ही एक व्यक्ति को फोन लगाया और फोन पर सामने आई बातों ने पूरे हॉल को हैरान कर दिया। कॉल पर मौजूद व्यक्ति ने खुलेआम रिश्वत की मांग की और स्पीकरफोन पर अधिकारियों की “रेट लिस्ट” भी पढ़कर सुना दी।

यह घटना 11 नवंबर की है। पंकज राठौर नाम का व्यक्ति कई दिनों से भवन निर्माण की परमिशन के लिए नगर निगम के चक्कर काट रहा था। उसका दावा था कि एक दलाल लगातार नगर निगम अधिकारियों के नाम पर पैसों की मांग कर रहा था। अपनी बात साबित करने के लिए उसने मेयर शारदा सोलंकी और अधिकारियों के सामने ही उस व्यक्ति को कॉल कर दिया।

फोन पर खुला रिश्वत का रेट कार्ड

जैसे ही कॉल स्पीकर पर लगी, सामने वाले व्यक्ति ने कथित तौर पर फाइल पास कराने के लिए मांगी जाने वाली रकम का पूरा ब्यौरा बताना शुरू कर दिया-

  • ईई शर्मा के लिए ₹10,000
  • फोटो वाले व्यक्ति के लिए ₹4,000
  • अजय परिहार के लिए ₹1,000
  • और खुद के लिए ₹3,000

कुल राशि 15,000 से 18,000 रुपये बताई गई।

अब यह बातचीत का वीडियो भी सामने आ चुका है, जिससे मामला और गरम हो गया है। कॉल में राठौर कहते सुने जाते हैं कि “मेरी पर्ची जारी हो गई है, अब आगे क्या करना है?” इसके जवाब में सामने वाला व्यक्ति कहता है कि “फाइल पीडीएफ में भेज दो और फोन पर पैसे दे दो,” और फिर बड़ी सहजता से रिश्वत बंटवारे की पूरी प्रक्रिया बताने लगता है।

मेयर ने तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए

फोन पर हुई यह बातचीत सुनकर मौजूद सभी अधिकारी और लोग स्तब्ध रह गए। मेयर ने मौके पर ही कार्रवाई के निर्देश दे दिए। नगर आयुक्त सतेंद्र सिंह धाकरे ने कहा कि रिकॉर्डिंग की जांच की गई है और जिन कर्मचारियों व अधिकारियों के नाम इसमें आए हैं, उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है। उनके जवाब मिलने के बाद आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।

Sources: https://www.naidunia.com/