खंडवा(नंदनी पाल)। जनजातीय गौरव दिवस पर पंधाना के सांदीपनि विद्यालय परिसर में जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने जनजातीय वर्ग के प्रतिष्ठित नागरिकों व विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट उपलब्धि हासिल करने वाले जनजातीय वर्ग के प्रतिनिधियों का शॉल एवं श्रीफल प्रदान कर सम्मान किया।

सांसद पाटिल ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा ने अपने अदम्य साहस, संघर्ष और श्रेष्ठ कर्मों से जन-जन के हृदय में अमिट छाप छोड़ी है। उनके जीवन से युवाओं को निरंतर प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा ने मात्र 25 वर्ष की उम्र में देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देकर युवाओं को अद्वितीय संदेश दिया।

सांसद पाटिल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनजातीय समुदाय के गौरवशाली इतिहास से हम सभी को अवगत कराने के उद्देश्य से जनजातीय गौरव दिवस मनाने का निर्णय लिया है, और वर्ष 2021 से प्रतिवर्ष 15 नवंबर को यह दिवस मनाया जा रहा है।

विधायक छाया मोरे ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा ने आदिवासी समाज को जल, जंगल और जमीन के अधिकार दिलाने के लिए अंग्रेजी हुकूमत के अत्याचारों के विरुद्ध सशक्त संघर्ष किया। उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा में बचपन से ही अन्याय के विरुद्ध खड़े होने की चेतना जागृत हो चुकी थी।
