खंडवा(अनवर मंसूरी)। गुड़ी रेंज के आमाखुजरी जंगल से अतिक्रमण हटाए जाने के मामले में अब माधुरी बेन की एंट्री हो गई हैं। वो बुधवार को खंडवा पहुंची और यहां कलेक्टर-एसपी सहित डीएफओ से मुलाकात की। इस दौरान उनके साथ जंगल पर कब्जा करने वाले परिवार भी आए हुए थे।
माधुरी बेन ने कहा कि रेवेन्यू की जगह पर कुआं, बोरिंग बंद कर दिया गया। बिजली काट दी गई है। मकान तोड़ दिए गए हैं। उन महिलाओं को जेल में डाल दिया गया है, जिनके दूध पीते बच्चे हैं। जंगल काटने और लकड़ी की तस्करी करने वालों को बचाया जा रहा है। उन्हें सरकार और प्रशासन का पूरा संरक्षण है।
माधुरी बेन ने कहा, जो लोग सालों से खेती कर रहे हैं, उन्हें परेशान किया जा रहा है। हमारे पास वन अधिकार से जुड़े दस्तावेज हैं। रही बात वनों की कटाई की तो जब से वन विभाग बना है, तब से हो रही है। लगातार जंगल कट रहा है। कटाई खुलेआम चलती रही है।
उनसे अतिक्रमणकारियों द्वारा पथराव किए जाने का सवाल पूछा था तो माधुरी बेन ने कहा कि पथराव गलत हैं। पथराव नहीं होना चाहिए। लेकिन प्रशासन को नोटिस देकर कार्रवाई करना चाहिए थी। कानूनी तरीके से कार्रवाई होना चाहिए थी।
शासन-प्रशासन ने समझदारी दिखाना थी लेकिन प्रशासन अचानक दल-बल के साथ जंगल में घुसे। इससे लोगों को गुस्सा आया और उन्होंने रिएक्ट किया। क्योंकि उनकी जमीन छीनी जा रही थी। हालांकि मैं यही कहूंगी कि लोगों को पथराव नहीं करना था।
पहले दिन 100 हेक्टेयर जमीन मुक्त कराई गई
सोमवार को पहले दिन 100 हेक्टेयर भूमि से अतिक्रमण हटाया गया। जंगल को खेत में बदलने वाले कब्जाधारियों के खेतों में जेसीबी से गड्ढे खोदे गए। साथ ही झोपड़ियों को भी गिरा दिया गया।
कलेक्टर ऋषव गुप्ता और एसपी मनोज राय ने सोमवार को मौके पर पहुंचकर कार्रवाई का जायजा लिया और निर्देश दिए कि अतिक्रमण पूरी तरह हटाया जाए। इसके बाद करीब 550 जवानों के साथ मंगलवार को भी टीम पहुंची।
गोफन से किया गया था हमला, 15 लोगों पर केस
सोमवार को कुछ अतिक्रमणकारियों ने पुलिस बल पर गोफन से पथराव किया था। इस मामले में पुलिस ने ग्राम भिलाईखेडा के 15 लोगों पर केस दर्ज किया है। मोहन पिता थावरसिंह गेहलोद, रायसिंग पिता सिकदार डूडवे, सुखदेव पिता हाथीराम, जितेन्द्र पिता दलसिंग गेहलोद, राजू पिता रमेश रावत, लाखासिंग पिता नानसिंग, मदन पिता रूखडिया, छतरसिंग पिता लाखासिंग, करतापसिंग पिता लाखासिंग, शारदा पति रघुनाथ, ललीता पति बादल, सुनिता पति रमेश, ललीता पति लालसिंग, गीता पति सुखलाल और अंतु पति भारत पर केस दर्ज किया है। सभी ग्राम भिलाईखेडा, आमाखुजरी के रहने वाले है।
वन विभाग के एसडीओ संदीप वास्कले ने बताया कि खेत में बदल चुके जंगल के हिस्सों में दोबारा अतिक्रमण न हो, इसके लिए 40 मशीनों से गड्ढे खुदवाए जा रहे हैं।