खंडवा(अनवर मंसूरी)। तीर्थनगरी ओंकारेश्वर स्थित ममलेश्वर मंदिर में वीआईपी दर्शन के नाम पर रुपए लेकर दर्शन कराए जा रहे थे। शिकायत मिलने पर खंडवा कलेक्टर ने एसडीएम से पटवारियों की टीम बनवाईं और स्टिंग कराया। इस दौरान चौंकाने वाली बात सामने आई कि मंदिर के पुजारी और होमगार्ड जवान ही वीआईपी दर्शन के लिए भक्तों से अवैध वसूली करते हुए पाए गए।
एसडीएम पुनासा शिवम प्रजापति ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा पटवारियों का एक दल गठित किया गया। दल में पटवारी अमरसिंह मंसूरे, लक्की पंचोली, सोनाली चौकड़े, प्राची शर्मा, अधीर रेवाल, देवेंद्र मार्को, अमित कुमार जैन शामिल हैं। दल को गुप्त तरीके से भक्तों के रूप में ममलेश्वर मंदिर परिसर में भेज कर जांच करवाई गई।
ममलेश्वर मंदिर परिसर में दर्शनार्थी जोड़े के रूप में उपस्थित पटवारी अमरसिंह मंसूरे, लक्की पंचोली, सोनाली चोकडे, प्राची शर्मा से रिद्धि उर्फ रिद्धिचंद शर्मा निवासी ओंकारेश्वर ने आकर पूछा कि वीआईपी गेट से दर्शन करना है तो प्रति जोड़ा 1500 रुपए की राशि देनी होगी। दर्शनार्थी के रूप में उपस्थित पटवारियों ने पंडित से वीआईपी दर्शन के रुपए कम करने के लिए कहा तो पंडित ने रुपए कम करने से मना कर दिया। इस दौरान 1500 रुपए के मान से दो जोड़े के दर्शन के लिए 3 हजार रुपए में बात तय हुई।
ऑनलाइन ट्रांसफर की राशि
पटवारी अमरसिंह मंसूरे ने फोन पे के माध्यम से पंडित रिद्धिचंद शर्मा के खाते में राशि भेजी। इसके बाद मंदिर में दर्शन करवाने के लिए पंडित अल्लू उर्फ देवेंद्र मुद्दगल के सुपर्द किया। पंडित अल्लू ने दोनों जोड़ों को मंदिर में वीआईपी गेट से प्रवेश कराने के लिए मंदिर परिसर में उपस्थित होमगार्ड नागेंद्र शर्मा के सहयोग से प्रोटोकाल के नाम पर निकासी द्वार से मंदिर में प्रवेश कराया।
पूजन अभिषेक के बाद पंडित अल्लू उर्फ देवेंद्र मुद्दगल द्वारा दक्षिणा के 500 रुपए की मांग की। इस प्रकार पंडित, पुजारी एवं गौमुख घाट पर सुरक्षा के लिए तैनात होमगार्ड नागेंद्र शर्मा ड्यूटी स्थल छोड़कर ममलेश्वर मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं से वीआईपी दर्शन, पूजन, अभिषेक के नाम पर रुपए लेते पाए गए।
एसडीएम शिवम प्रजापति ने बताया, होमगार्ड नागेंद्र शर्मा पिछले 25 वर्षों से ओंकारेश्वर में पदस्थ हैं। जांच में पाया गया कि पूर्व में भी इस प्रकार की घटनाएं सामने आई हैं। नागेंद्र शर्मा जिनकी ड्यूटी नाव पर रहती है वे उक्त ड्यूटी स्थल को छोड़कर ममलेश्वर मंदिर के अंदर एवं परिसर में घूमते पाए गए। श्रद्धालुओं को दर्शन कराने संबंधी शिकायत पर उनको तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। साथ ही दोनों पंडितों पर सीआरपीसी की धारा 151 के तहत कार्रवाई की जा रही है।