रतलाम में सीवरेज की सफाई के दौरान सड़क का हिस्सा धंस गया। मलबे में दबने से एक कर्मचारी की मौत हो गई, जबकि दूसरा घायल हो गया। हादसा रविवार देर शाम करीब 8 बजे हुआ। घटना के विरोध में सोमवार सुबह नगर निगम और ठेका सफाई कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया।
नगर निगम ने सीवरेज सफाई का काम जे बरूडी एजेंसी को कॉन्ट्रैक्ट पर दे रखा है। हादसे के शिकार दोनों कर्मचारी इसी कंपनी के थे।
10 फीट गहरे गड्ढे में काम कर रहे थे कर्मचारी
रतलाम के दिलीप नगर में सीवरेज लाइन साफ करने के लिए रविवार को जेसीबी से खुदाई कर 10 फीट गहरा गड्ढा खोदा गया। दो ठेका कर्मचारी गड्ढे में उतरकर काम कर रहे थे। इसी दौरान सड़क किनारे का हिस्सा धंस गया। मिट्टी-पत्थर कर्मचारियों के ऊपर आ गिरे, वे दोनों दब गए।
सूचना पर नगर निगम से फायर लॉरी, सालाखेड़ी चौकी प्रभारी मुकेश यादव समेत पुलिस बल पहुंचा। दोनों कर्मचारियों को बाहर निकालकर मेडिकल कॉलेज भिजवाया। यहां डॉक्टरों ने सुनील (26) पिता मुन्नालाल गौहर निवासी सैफी नगर को मृत घोषित कर दिया। बहादुर (28) पिता हेमराज डामोर निवासी हरथल (रावटी) का इलाज जारी है।
घटना के चश्मदीद राजेंद्र सिंह सोलंकी ने बताया कि एंबुलेंस और फायर लाॅरी देरी से पहुंची थी। कर्मचारियों पर सेफ्टी के साधन भी नहीं थे। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद दोनों को बमुश्किल निकाला गया।
आरोप- सुरक्षा के साधन नहीं पहनाए
सोमवार सुबह करीब 10:30 बजे ठेका कंपनी के सफाई कर्मचारी नगर निगम पहुंचे। यहां नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। कर्मचारी संगठन के नेता कमल भाटी ने कहा- जेसीबी से 10 फीट गहरा, 20 फीट लंबा और 4 फीट चौड़ा गड्ढा खोदा गया था। कर्मचारियों को गड्ढे में उतारते समय ठेका कंपनी ने सुरक्षा के साधन नहीं पहनाए। हेलमेट और अन्य साधन होते तो सुनील की जान नहीं जाती।
उन्होंने कहा- सुनील के परिजन को एक करोड़ रुपए का मुआवजा और एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। साथ ही नगर निगम में ठेका प्रथा को खत्म किया जाए।
डेढ़ महीने पहले काम पर लगा था सुनील
सुनील गौहर शादीशुदा था। तीन साल का बेटा भी है। पिता मुन्नालाल गौहर ने बताया कि बेटा पिछले डेढ़ महीने से ठेका कंपनी में काम कर रहा था।
कमिश्नर बोले- मामले की जांच की जाएगी
नगर निगम कमिश्नर हिमांशु भट्ट ने बताया कि मौके पर सुरक्षा के साधन नहीं पाए गए हैं। मामले की जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, सालाखेड़ी चौकी प्रभारी मुकेश यादव ने कहा कि सीवरेज लाइन की मरम्मत के दौरान मिट्टी धंस गई। मामले की जांच की जा रही है।