खण्डवा 17 मई, 2021 – कोरोना संक्रमण की रोकथाम के उद्देश्य से कोरोना कर्फ्यू के आदेश जारी किए गए है। कोरोना कर्फ्यू के दौरान बाजारों में अनावश्यक रूप से घूमने वालों तथा इस दौरान बिना अनुमति के दुकाने खोल कर व्यवसाय करने वाले दुकानदारों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाये।
यह निर्देश कलेक्टर अनय द्विवेदी ने सोमवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित बैठक में सभी एसडीएम को दिए। इस दौरान पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह, जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी नंदा भलावे कुशरे, अपर कलेक्टर राजेश जैन एवं एस.एल. सिंघाड़े, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रकाश परिहार, एसडीएम हरसूद डॉ. परीक्षित झाडे सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।
कलेक्टर ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि वे अपने स्तर से किल कोरोना-3 अभियान की मॉनिटरिंग करें तथा अभियान के तहत तैनात सर्वे दलों के कार्यो पर नजर रखें। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी व मेडिकल कॉलेज के डीन को निर्देश दिए कि कोविड उपचार व रोकथाम से संबंधित किसी भी कार्य का भुगतान 7 दिवस में कर दिया जायें, बिलों को अनावश्यक लंबित न रखा जाये। उन्होंने मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. अनंत पंवार को निर्देश दिए कि बच्चों के लिए अलग से कोविड वार्ड स्थापित करने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां कर लें तथा जो भी उपकरण या दवाइयां खरीदी जाना है उन्हें क्रय कर लें।
उन्होंने निर्देश दिए कि कोविड मरीजों में से जिनमें ब्लैक फंगस के संक्रमण के लक्षण दिखते है उसके उपचार की व्यवस्था भी करें। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि जिले के सरकारी अस्पतालों में एम्बूलेंस पर्याप्त संख्या में उपलब्ध हो, इसके लिए आवश्यक टेण्डर प्रक्रिया पूर्ण करे, ताकि मरीजों को किसी तरह की परेशानी न हो।
कलेक्टर ने मेडिकल कॉलेज के विभिन्न वार्डो में तैनात डॉक्टर्स व फ्लोर इंचार्ज के रूप में नियुक्त प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे मरीजों को बेहतर उपचार उपलब्ध करायें तथा रात में कोविड वार्ड की व्यवस्थाओं पर नजर रखें।
उन्होंने कहा कि कोविड वैक्सीन व्यर्थ न जायें यह सुनिश्चत किया जाये। उन्होंने गेहूं उपार्जन कार्य में लगे कर्मचारियों, बैंकर्स व अन्य ऐसे अधिकारी कर्मचारी जो कि अधिक लोगों के सम्पर्क में अपनी ड्यूटी करते हैं, उन्हें फ्रंटलाइन वर्कर्स मानते हुए उनका वैक्सीनेशन कराने के निर्देश भी दिए। उन्होंने मेडिकल कॉलेज के डीन को निर्देश दिए कि आयुष्मान भारत योजना के तहत कोविड उपचार की व्यवस्थाओं की मॉनिटरिंग के लिए एक नोडल अधिकारी अलग से तैनात किया जायंे।