खंडवा (अनवर मंसूरी)। गर्मी बढ़ते ही जलसंकट की आमद शुरू हो गई है। जल स्तर नीचे जाने से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। यही कारण है कि खेत पर बने कुओं सहित अन्य जल स्त्रोतों से पानी के लिए लंबी दूरी तय कर बैलगाड़ी, बाइक सहित सिर पर ढोकर पीने के लिए पानी लाना पड़ रहा है।
ग्रामीणों को पानी के लिए परेशान होना पड़ रहा है। हालत यह है कि पुनासा ब्लॉक के कई गांव के ग्रामीण पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं। ग्राम पंचायत जामनिया में ग्रामीणों महिलाओं को पानी की समस्या का भारी सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों को पेयजल के लिए हर दिन लगभग एक किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद घंटो मशक्कत करनी पड़ती है। सरकारें बदली, लेकिन इनकी तक़दीर नहीं बदली। ये ग्रामीण स्थानीय अधिकारियों से लेकर मंत्री तक से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है।
कोरोना महामारी से पूरा देश प्रदेश शहर ग्रामीण जूझ रहे हैं वहीं अब ग्रामीणों को भीषण जल संकट से परेशान है। ग्रामीण व मवेशी बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। यहां के ग्रामीण गांव से लगभग एक किलोमीटर दूर खेतो से पानी लाने को मजबूर हैं। खेत से महिलाएं अपने सरों पर तो ग्रामीण बैलगाड़ी से पानी ला रहे हैं। ग्रामीणों का कहना हैं कि पीएचई विभाग एवं जनप्रतिनिधियों को और ग्राम पंचायत सरपंच सचिव को पानी की समस्या को लेकर कई बार अवगत करा चुके हैं, लेकिन इस ओर उनका कोई ध्यान नहीं है। गांव में पानी की समस्या विकराल रूप ले चुकी है। दिनभर हमारे छोटे-छोटे बच्चे पानी भरने में लगे रहते हैं। खेत पर बने कुओं से व दूर-दूर से पानी लाना पड़ रहा है, जिससे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
इनका कहना है-
पीएचई विभाग में नई मोटर के लिए प्रस्ताव दिया है नया बोर कराया है 3 इंच पानी निकला है 8 से 10 दिनों में ग्रामीणों को पानी मिलने लगेगा- जमनिया ग्राम पंचायत सचिव तरुण वर्मा