मंगलवार शाम फिर मावठे और ओलों के साथ आंधी भी चली। इससे पक कर तैयार गेहूं फसल और चना फसल की घेटियां टूटकर जमीन पर बिछ गईं। बारिश इतनी तेज थी कि गलियों से पानी बह निकला। पंधाना और खालवा ब्लाक के गांवों में अधिक नुकसान हुआ है।
शाम 5 बजे से तेज हवा और आंधी के साथ बादलों की गड़गड़ाहट शुरू हुई। तेज बारिश के साथ ओले पड़े। पंधाना ब्लाक के गांधवा, बड़गांव पिपलोद, सिंगोट, चांदपुर, पिपलिया, विश्रामपुर, लुन्हार में तेज बारिश के साथ चने के आकार के ओले गिरे। खालवा ब्लाक के ग्राम जामन्या कला, जामन्या खुर्द में ओले गिरने से गेहूं-चना फसल प्रभावित हुई।
कृषि उप संचालक नुकसानी से अनजान
ओलों और बारिश से खेतों में फसलें आड़ी पड़ गई हैं, लेकिन कृषि उप संचालक रामस्वरूप गुप्ता इससे अनजान हैं। नुकसानी के आंकड़े पूछने पर उन्होंने कहा हमारे पास आंकड़े नहीं हैं। राजस्व विभाग खेतों में सर्वे करा रहा है। तमाम जानकारी उन्हीं के पास है।
घर में शादी, इधर फसल को नुकसान, क्या करेंगे
मंगलवार को मौसम साफ देखकर कई किसान शादी की खरीदी के लिए खंडवा पहुंचे थे। शाम को मौसम का मिजाज बदलते ही उनके मोबाइल घनघनाने लगे। उन्होंने घर पर फोन कर पता किया कि बारिश और ओले तो नहीं गिरे। सारे काम छोड़कर घर पहुंचे तो खेतों में फसल आड़ी पड़ी थी। बड़गांव पिपलोद के संजय पटेल सहित अन्य किसानों ने बताया घर सहित रिश्तेदारी में इस साल शादी है। फसल को नुकसान हो तो क्या करेंगे।