खंडवा। उम्र के 60 वें पड़ाव पर हवस की शैतानियत और शराब के नशे ने इंसानियत की मर्यादाओं को तार तार कर दिया। दिमाग में घुसे शैतान ने न अपनी उम्र देखी ने पीडि़त बहनों की और दुष्कर्म करता रहा। आखिरकार दुष्कर्म की एक शिकार बालिका के साहस ने उसे सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।
मानवता को शर्मसार करने वाली घटना जिला मुख्यालय खंडवा की है। जहां सिविल लाइन स्थित स्टेडियम के पास परमार्थ का ढोंग करने वाला आरोपी पूनमचंद मालवीया निवासी मालवीय कालोनी अपनी हवस की पूर्ति करता था। कहने को तो वह नि:शक्त एवं मानसिक रोगियों के लिए आश्रम चलाता था लेकिन इसकी आड़ में अनेक अनैतिक गतिविधियों को अंजाम देता रहा। इस कार्य के लिए वह गांव के गरीब परिवार को निशाना बनाता था। अपनी गरीबी के भंवरजाल में उलझे परिवार ने अपनी दोनो बेटियां इस आशय से सौंप थी कि उनकी जिंदगी संवर जाएगी। फिलहाल आरोपी अपने कृत्य की सजा भोग रहा है।