खालवा: ब्लाक के ग्राम कालआम कला में सरकारी नाले किनारे लगे कहू के 471 पेड़ एक किसान और पटवारी ने मिलकर कटवा दिए। भास्कर ने 26 अप्रैल के अंक में इस मामले को उजागर िकया था। इस पर एसडीएम हरसूद ने जांच के आदेश िदए। जांच में मामला सही पाया गया। जांच रिपोर्ट और कलेक्टर के आदेश पर दोषी पटवारी और किसान के िखलाफ मंगलवार शाम आरआई ने खालवा थाने में केस दर्ज कराया है। जांच के दौरान पटवारी ने नाले किनारे 350 से अधिक पेड़ होना बताया जबकि सत्यापन में एक ही पेड़ पाया गया।
कालाआम कला के पटवारी लोकेंद्र सिंह राठौर एं िकसान चंद्रमोहन खैरातीलाल ने नाले किनारे की सरकारी जमीन खसरा क्रमांक 22, 223 व 224 रकबा क्रमशः 0.04, 1.65 व .15 कुल रकबा 1.84 हेक्टयर में 351नग कहू प्रजाति के पेड़ थे। हल्का पटवारी द्वारा कम्प्यूटर खसरे के माध्यम से खसरा नंर 219 के केफियत में 150 कहू के पेड़ों की प्रविष्ठि अंकित है, किंतु मौके पर सिर्फ एक ही पेड़ ही मौजूद है। पटवारी खसरा वर्ष 2016-17 का स्थल पर पेपर मिलान किया गया जिसमें खसरा नंबर 219 में 350 एवं खसरा नंबर 220 में 98 पेड़ अंकित हैं। खालवा तहसील के राजस्व निरीक्षक रामचंद्र सोलंकी ने कलेक्टर के निर्देश पर सोमवार शाम सरकारी जमीन के पेड़ों को अवैध रूप से काटने का दोषी पाए जाने पर पटवारी राठौर व किसान चंद्र मोहन के खिलाफ केस दर्ज कराया।
12 ट्रक हुआ परिवहन
कालाआम कला की सरकारी जमीन से काटे गए पेड़ों की वन विभाग से िमली जानकारी अनुसार मौके से 117 चट्ठे एवं 9 घनमीटर 34 नग लट्टे की टीपी जारी की गई है। यह 12 ट्रक के माध्यम से परिवहन किया गया। इसके अलावा 72 चट्ठे एवं 215 लट्ठे मौके पर पेड़ होना बताया जा रहा है। मौके पर पड़ी लकड़ी की अनुमानित कीमत 5.50 लाख रुपए बताई जा रही है। इस संबंध में हरसूद एसडीएम क्षितिज सिंघल का कहना है राजस्व भूिम से अवैध तरीके से काटे गए पेड़ों के मामले में तहसीलदार खालवा ने कार्रवाई की है।