साहब रिटायर होता है ! सरकारी बँगला ,उसका हरा भरा लॉन ,ड्राईवरों ,चपरासियो के साथ बिना नागा नमस्ते करने वालो की भीड एकाएक साथ छोड जाती है ! हलाॅ कि उनके जाने का दिन तो पहले से तय था, पर साहब को ये एका एक सा ही लगता है ! […]